तेरे नाम पर इक मस्जिद गिरती है
तेरे नाम पर इक मन्दिर बनता है
तेरे नाम पर ऐ ज़िन्दगी के दाता
मौत का बर्बर खेल चलता है |
तू रिश्ते जोड़ता है
लोग दिल तोड़ देते हैं
तू प्यार सिखाता है
लोग नफरत घोल देते हैं |
तू निराकार है
तेरे अक्स पर झगडे होते हैं
तू पालनहार है
लोग तुझे ही तोल देते हैं |
तेरे नाम पर बाती जलती है
तेरे नाम पर घाटी सुलगती है
तेरे नाम पर बनी रिवायतों पर
अक्सर ही रूह बिलखती है |
दर्द होता होगा तुम्हें ,देखकर यह सब
आँखें नम हो जाती होंगी अक्सर तुम्हारी
ए खुदा ,तू खैरियत से तो है ?
तेरी सलामती की दुआ अब मैं किस्से मांगूँ?
~Saumya