June 10, 2012

ये ज़िन्दगी क्यूँ .…फिर भी अच्छी लगती है ?




बात  बात  पर  देखो  ना …हर  पल   झगड़ती  है 
ये  ज़िन्दगी  क्यूँ .....…फिर  भी  अच्छी  लगती  है ?

कभी  बिना  गुनाह  किये  ही ..............…सज़ा  सुनाती  है 
  मासूम  किसी  गुड़िया को .......... बेवजह  रुलाती  है 
हर  साँस में  रूह ….......... कितनी  बार  बिलखती  है 
ये  ज़िन्दगी  क्यूँ  ........…फिर  भी  अच्छी  लगती  है ?

कभी  सपने  दिखाकर …............सपने  तोड़  देती  है 
  हवाओं  का  रुख   ही............  उल्टा  मोड़  देती  है 
उठ  कर  गिरना .…कभी  गिर  कर  उठना….लुढ़कती -संभलती है 
ये  ज़िन्दगी  क्यूँ  ……………..फिर  भी  अच्छी  लगती  है ?

जिसे  शिद्दत  से  चाहो ….........…वो  कहाँ  बक्श्ती है 
जो  दुआओं  में  मांगो  .........…वो  कहाँ  सुनती  है 
दिल  की  प्यारी  बातों को ......…ये  कहाँ  समझती  है 
ये  ज़िन्दगी  क्यूँ ……………. फिर  भी  अच्छी  लगती  है ?

हँसाती  है.......रुलाती  है......बनाती  है.......मिटाती  है
सिखाती  है.........दुलराती  है.......गिराती  है.........भगाती  है
हाथ  की  रेखाओं  पर  बस..............चलती  जाती  है.....

इस  कोने  कभी.........कभी  उस  कोने  सिसकती  है 
ये  ज़िन्दगी  क्यूँ...............फिर  भी  अच्छी  लगती  है? 

~Saumya

16 comments:

  1. Well...you're right ....Zindagi achhi to lagti hai....


    By the way nice wording Saumya! Congrats n Stay happy!

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  2. कुछ तो बात है ज़िन्दगी मे
    यूँ ही अच्छी नही लगा करती

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  3. हंसाती है.......रुलाती है......बनाती है.......मिटाती है
    सिखाती है.........दुलराती है.......गिराती है.........भगाती है
    हाथ की रेखाओं पर बस..............चलती जाती है ..

    जिंदगी इतना सबकुछ जीवन में अनेक रंग बनाए रखने के लिए ही तो करती है ... तभी तो नीरस नहीं होती जिंदगी ... सुन्दर रचना ,...

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  4. zindagi isliye acchi lagti hai ..
    kyuki .. 1 hi baar milti hai ..
    isliye jio jee bhar ke .. kyuki zindagi miegi na dobara :)

    nicely written

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  5. very well written soumya .... bahut sunder :)

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  6. mast h.....
    badi frequent ho gyi ho

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  7. @Virendra ji: thanks :)

    @Digamber nasva: thanks :)

    @Jayesh Kothari: thanks a lot :)

    @Vandana: thankyou dear :)

    @Vivek: Hope to continue...thanks :)

    @Sonia: thanks for the read...keep reading :)

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  8. here, watch this

    http://www.youtube.com/watch?v=vHqFXQVEfKw

    We love life, it is dear, is it not.

    Achhi lagti hai, yakeenan :D

    Cheers,
    Blasphemous Aesthete

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  9. @Anshul: Ok will see to it...thanks for reading :)

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  10. AnonymousJuly 06, 2012

    Your writing skill is 8th wonder for me, As i said that you've a ocean......i want to repeat it.

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  11. SAUMYA ...YOU'VE MADE MY DAY ...!!!!!!!!!!!!!

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  12. @Saras ji: thanks a tonne :)

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  13. e jindagi tu jitna bhi dard de, par achhhi hi lagegi:)

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  14. क्योंकि ये जो जिन्दगी है...
    बस अपनी सी लगती है... :)

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  15. @Mukesh ji,Gayatri ji: thankyou for the read :)

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